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Reporter- RK Sharma |
मवाना- उत्तरप्रदेश की नम्बर वन मानी जाने वाली, व सरकार को एक साल में करोड़ो रूपये का राजस्व देने वाली सहकारी गन्ना विकास समिति में अव्यवस्थाओ का बोलबाला चल रहा है। लखनऊ के आकाओ की मेहरबानी से फस्ट नम्बर की समिति का चार्ज किसी सचिव को न देकर सी डी आई रेंक के विक्रम बहादुर नामक व्यक्ति को मिला हुआ है। जो ऑफिस में बहुत कम बैठता है।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि लगभग दो दर्जन सीजनल कर्मचारी प्रभारी सचिव ने ड्यूटी पर रखे हुए है जिनसे ड्यूटी पर रखने के प्रत्येक व्यक्ति से 7-7 हजार रुपए प्रति माह वसूले जाते है। आज हमारे प्रतिनिधि ने समिति का दौरा किया तो सचिव महोदय हमेशा की तरह ऑफिस से नदारत मिले समिति के भवन में जगह जगह गन्दी का अम्बार लगा था। किसानों की खाद के लिए लंबी लाइन लगी थी केवल एक ही बाबू खाद वितरण का कार्य देख रहा था किसानों के लिए इस भयंकर गर्मी में समिति ने ठंडे पानी के कूलर की व्यवस्था नही ही हुई है। एक किसान ने अपना नाम गुप्त रखने की कहते हुए बताया कि इस समय समिति में मरम्मत व पुताई का कार्य चल रहा है जिसमे टेंडर अपने चहेते ठेकेदार को देकर सचिव ने लाखों रुपयों की हेराफेरी की है।